दैनिक प्रतियोगिता हेतु स्वैच्छिक विषय लक्ष्य
विषय - लक्ष्य
छोटे-छोटे प्यारे बच्चे खेल रहे थे मिलजुल कर ,सभी एक से बड़कर
देखो साध रहे हैं लक्ष्य।
हाथ में गुलेल लिए हुए है ,कोई तीर कमान लिए हुए भेद रहे है अपने लक्ष्य को,आम के पेड़ के नीचे खड़े हुए है।
गुलेल से कंकड मार रहे हैं,और तीरों से
आम को नीचे गिरा रहे हैं। सभी प्यारे बच्चे ।इनके देखो खेल निराले हैं ।
मीठे मीठे आम लगे हैं ,मुंह मे रस टपक रहा हैं ,कोई अपने लक्ष्य से नही भटक रहा हैं ।सभी निशाना साधे खड़े हैं।
ऐसे काम बचपन में हमने भी किए स्कूल लाइफ मे ,ऐसी खुरापात करने मे मन बहुत खुश होता ।अंत मे अपने लक्ष्य तक पहुंच जाते सब बच्चे ।
और रस से भरे मीठे आम से मन को हर्षित करते ।
सुनीता गुप्ता सरिता कानपुर।
Swati chourasia
21-Dec-2022 03:08 AM
बहुत खूब
Reply
Renu
21-Dec-2022 02:31 AM
👍👍🌺
Reply
सीताराम साहू 'निर्मल'
20-Dec-2022 05:19 PM
बहुत सुंदर
Reply